Thursday, October 4, 2012

गाँधी तथाकथित महात्मा .......... कुछ तथ्य

गाँधी तथाकथित महात्मा .......... कुछ तथ्य.............!! !
एक बार एक वाल्मीकि बस्ती में मंदिर में गाँधी जी कुरान का पाठ करा रहे थे.तभी भीड़ में से एक औरत ने उठकर गाँधी से ऐसा करने को मना किया. गाँधी ने पूछा .. क्यों? तब उस औरत ने कहा कि ये हमारे धर्म के विरुद्ध है.गाँधी ने कहा.... मै तो ऐसा नहीं मानता ,
तो उस औरत ने जवाब दिया कि हम आपको धर्म में व्यवस्था देने योग्य नहीं मानते.
गाँधी ने कहा कि इसमे

ं यहाँ उपस्थित लोगों का मत ले लिया जाय.औरत ने जवाब दिया कि क्या धर्म के विषय में वोटो से निर्णय लिया जा सकता है.गाँधी बोला कि आप मेरे धर्म में बांधा डाल रही हैं.औरत ने जवाब दिया कि आप तो करोडो हिन्दुओ के धर्म में नाजायज दखल दे रहे हैं.गाँधी बोला ..मै तो कुरान सुनुगा .औरत बोली ...मै इसका विरोध करुँगी.
और तभी औरत के पक्ष में सैकड़ो वाल्मीकि नवयुवक खड़े हो गए.और कहने लगे कि मंदिर में कुरान पढवाने से पहले किसी मस्जिद में गीता और रामायण का पाठ करके दिखाओ तो जाने.विरोध बढ़ते देखकर गाँधी ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस आई और विरोध करने वालों कोपकड़ कर ले गयी .और उनके विरुद्ध दफा १०७ का मुकदमा दर्ज करा दिया गया .
और इसके पश्चात गाँधी ने पुलिस सुरक्षा में उस मंदिर में कुरान पढ़ी 
पुस्तक : विश्वासघात
लेखक   :  गुरुदत्त
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दोस्तों आपके लिए खास पुस्तक जो मुश्किल से मिलती है..... 
अदालत द्वारा बैन की गयी  किताब  "गाँधी वध क्यों ?"
लेखक : नत्थू राम गोडसे

डाऊनलोड लिंक नीचे ( size 25 MB)
http://www.transformingindians.com/gvkyun.pdf.zip

6 comments:

  1. kuch to log kahenge, logo ka kaam hai kahna.
    Ravinder bhai ji, kya aap ne 'Ghandhi ji aatmkatha' aur 'mere sapno ka bharat' pustak padhi hai? Agar nahi to jaroor padhiye aur apna gyan badhaiye......mera nivedan hai aap se

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  2. Guru Ji for sure aap mujhe nahi pechan paoge. Par aapki kavitaye college mein bhi bahut achchi thi. aaj bhi aap achcha hu likhte hain isme mujhe koi sandeh nahi :). Parantu upar jo gandhi ji ke virodh pe aap likha hain. Mujhe to isme Gandhi kahi galat najar nahi aate. Dharmik kitab chahe ho Kuran ho, Gita ho, Bible ho, ramayan ho ya gurugranth Sahib. Sab kahi bhi padhi jaye achchi hi baat hain. Usme kuch bhi galat nahi hain. Us aurat ka virodh ek dum galat aur kutark se bhara tha. So gandhi ji ne kiya wahi dharam tha aur wahi aavasyak. Krypa isko sahi kihiye. Aur aap to Anna ji aur Rajeev ji ke samarthak hain jo Gandhi ji ki bahut ijjat karte hain, jo krypa pehle Gandhi Ji jaise vyaktitav ke vishay mein kuch kehne se pehle apna gyan badhaye :). Aap bhul gaye honge mujhe, Dimag pe jor daliyega shayad main yaad aa jau :)

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    1. माईरी याद वो आयी री - पलाश वाला गाना अब भी याद है मुझे

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  3. बात ये है रणजीत जी और यादव जी कि औरत ने एक बात तो सही कहा कि सबसे पहले गाँधी जी को गीता का पाठ किसी मस्जिद में मुसलामानों से भी करा लेना चाहिए था. क्योंकि सभी लोग यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि हिंदू सभी धर्मों को मान सकते हैं, उनकी दरगाहों पे जा सकते हैं, उनके साथ भाई-चारे के साथ रह सकते हैं लेकिन मुसलमान या इसाई ऐसा नहीं करते. मैं सभी धर्मों के प्रति सद्भाव अवश्य रखता हूँ लेकिन वास्तविकता से मुह मोडना एक प्रकार की मूर्खता ही है. जो मैं नहीं करना चाहता. ताली एक हाथ से नहीं बजती. और गाँधी जी जीवन भर वही करते आये. दूसरों के जीवन और भविष्य की कीमत पर खुद को महात्मा साबित करते रहे. आज उनके द्वारा किये गए भूल की सजा हम और हमारी आनेवाली पीढियां भुगत रही हैं और भुगतेंगी.

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  4. गांधी और उनके चेले नेहरू की इन्ही मूर्खतापूर्ण हरकतों की वजह से ही भारत माता के टुकड़े हुए और मुसलमानों ने भारत देश के टुकड़े करवा कर इस्लामिक देश पाकिस्तान बनाया पर फिर भी गांधी नेहरू का मन नहीं भरा जो भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनने दिया और फिर से मुसलमानो को भारत में रख लिया ताकि ये लोग दोबारा भारत माता के टुकड़े करवायें

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  5. यह बुक डाउनलोड नही हो रही हैं

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