अन्नाजी को कांग्रेस की भोपू मिडिया इतना फोकस क्यों दे रही है, जब की मिडिया हमेशा स्वामी रामदेव जी को बदनाम करने वाले ही समाचार जोरदार तरीके दे दिखाता है????
१-अन्ना क्या इतने भोले है की उन्हें नहीं पता की कांग्रेस उन्हें खूब तबज्जो दे रही है, यदि उन्हें आर एस एस समर्थन दे रहा है तो इसमे बुरा क्या है, एक राष्ट्रवादी संगठन होने के नाते उसका साथ हर किसी को लेना चाहिए. कांग्रेस को कैसे मालूम हुआ की आर एस एस एक आतंकवादी संगठन है. बुखारी के वन्दे मातरम विरोध के बारे में अन्ना ने अभी तक कोई वक्तव्य क्यों नहीं दिया. यह सब कांग्रेस का हिन्दू मुस्लिम को अलग अलग रखने का शगूफा है.
२-स्वामीजी ने कहा की यदि आर एस एस आतंकवादी संगठन है तो उसे बैन कर दे लेकिन यह क्यों कहते है की मैंने आर एस एस का समर्थन लिया, आर एस एस का समर्थन लेंने में कांग्रेस को क्या आपत्ति है. आज तक आर एस एस ने क्या क्या राष्ट्रद्रोही काम किया है, क्या कांग्रेस इसे बता सकती है. यह कांग्रेस की विदेशी मानसिकता का परिचायक है.
३-अन्ना स्वामी जी अलग है या मिले हुए है ए सिर्फ अन्ना ही जानते है, लेकिन उनका रवैया कांग्रेस की सत्ता हो हटा देने के बारे में साफ़ नहीं है. वह बार बार यह क्यों कहते है की वह कांग्रेस नहीं भ्रष्टाचार के विरोध में है जब की कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दुसरे के पर्याय है. अन्ना क्या राहुल को प्रधानमंत्री बनाना या सोनिया को राष्ट्रपति बनाना चाहते है. जैसा की लोग अंदाजा लगा रहे है राहुल को प्रधानमंत्री बनाकर मन मोहन को राष्ट्रपति बनाया जायेगा--भारत का स्वाभिमान कहाँ जायेगा?
४-जितना खुलकर स्वामीजी अन्नाजी को तरजीह देते है क्या अन्ना ऐसा कर रहे है, यदि नहीं तो इसके पीछे छुपा एजेंडा किसका है. कांग्रेस ने मिडिया को अन्ना के आन्दोलन का दिन रात प्रचार की अनुमति क्यों दी होगी, क्या अन्ना के टीम में और भी अग्निवेश नहीं है. अग्निवेश को तो किसी भारत स्वाभिमानी ने नंगा किया, जो एक धुर हिन्दू विरोधी है. कांग्रेस का तो एजेंडा ही हिन्दू विरोध का है.
५-अन्ना के एजेंडे में सिर्फ जन लोकपाल है जब की स्वामी रामदेवजी के एजेंडे में जन लोक पाल सहित पूर्ण आर्थिक आजादी और पूर्ण व्यवस्था परिवर्तन की बात है, यही कांग्रेस के चिढ की वजह है और वह अन्ना जी को मिडिया के द्वारा आंधी प्रचारित करके देश के अहम् मुद्दों को पीछे छोड़ते हुए स्वामीजी को गुमनाम रखना चाहती है. यह बात सबको पता हो गयी है, अब कार्यवाही करने का समय आ रहा है. अन्ना कांग्रेस की सत्ता के आड़े नहीं आते है लेकिन स्वामीजी कांग्रेस और सत्ता के बीच के कांटे है
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